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आज केंद्रीय चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा की तारीख़ों की घोषणा कर दी है. नयी तारीखें कुछ यूं हैं.

तीन चरण में चुनाव होंगे.
पहला चरण : 71 सीटें
नोटिफ़िकेशन की तारीख़ – 1 अक्टूबर
नामांकन की आख़िरी तारीख़ – 8 अक्टूबर
मतदान – 28 अक्टूबर
दूसरा चरण : 95 सीटें
नोटिफ़िकेशन की तारीख़ – 9 अक्टूबर
नामांकन की आख़िरी तारीख़ – 16 अक्टूबर
मतदान – 3 नवम्बर
तीसरा चरण : 78 सीटें
नोटिफ़िकेशन की तारीख़ – 13 अक्टूबर
नामांकन की आख़िरी तारीख़ – 20 अक्टूबर
मतदान – 7 नवम्बर
मतगणना : 10 नवम्बर
चुनाव में 243 सीटों में से 38 सीटों को अनुसूचित जातियों के लिए और 2 सीटों को अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित कर दिया गया है.
इसके अलावा चुनाव आयोग ने ये भी कहा है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए हर बूथ पर 1 हज़ार लोग ही आ सकेंगे. 6 लाख पीपीई किट, 47 लाख मास्क उपलब्ध करा दिए गए हैं. 80 साल से ऊपर के लोगों को पोस्टल बैलट यानी डाक से वोट डालने की सुविधा दी गयी है.
कोरोना पॉज़िटिव लोगों के लिए वोट डालने का भी इंतजाम किया गया है. ऐसे लोग स्वास्थ्यकर्मियों की देखरेख में दिन की वोटिंग ख़त्म होने के समय अपना वोट डाल सकेंगे.
इसके पहले बिहार में साल 2015 में विधानसभा चुनाव हुए थे. 243 सीटों पर हुए इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को 53, कांग्रेस को 27, जदयू को 71, राजद को 80, लोजपा को 2, CPI (ML) को 3, रालोसपा को 2, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 1 और अन्य के खाते में 4 सीटें गयी थीं.
फिर सरकार के गठन की बारी आई. नीतीश कुमार 2013 में ही नरेंद्र मोदी से संबंध तोड़ चुके थे. उनके सहयोगी रहे प्रशांत किशोर को अपनी तरफ़ लेकर आ गए थे. नीतीश, लालू और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई. इस महागठबंधन के पास थीं कुल 178 सीटें. 20 नवम्बर 2015 को नीतीश कुमार ने शपथ ली. राजद प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी उपमुख्यमंत्री बनाए गए.
लेकिन इस महागठबंधन और इस साथ की उम्र दो साल भी नहीं रह पाई. 27 मई 2017. मॉरिशस के PM की आवभगत में पीएम मोदी ने दोपहर के खाने का आयोजन किया. बुलावा नीतीश कुमार को भी गया. ख़बरें बताती हैं कि इस दिन मोदी और नीतीश की एक प्राइवेट मीटिंग हुई थी.
कुछ दिनों बाद नीतीश कुमार ने भाजपा की तरफ़ से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बनाए गए रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति चुनाव के दरम्यान समर्थन किया. और इसके कुछ दिनों बाद यानी 7 जुलाई 2017 से CBI ने बिहार में लालू यादव, राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और अन्य लोगों के खिलाफ़ बिहार में चार जगहों पर छापे मारने शुरू किए. अगले दिन दिल्ली में लालू यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति के दिल्ली स्थित फ़ार्महाउस पर ED ने छापा मारा. लालू यादव का परिवार घोटालों के भिन्न-भिन्न आरोपों में घिरा हुआ था. जदयू ने कहा कि तेजस्वी आगे आएं और तथ्य सामने रखें. महागठबंधन में फूट की ख़बरें सामने आ चुकी थीं. 26 जुलाई को तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफ़ा मांगा है. कुछ घंटों बाद नीतीश ने इस्तीफ़ा दे दिया. ठीक अगले दिन नीतीश ने फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. साथ मिला NDA का.
और अब फिर से वही चुनावी मौसम. वही चुनाव. वही शोर-कोलाहल-बातचीत और समीकरणों का दौर. कोरोना की सावधानियों के साथ.