Bag news – Bhiwani

कैरू माइनर व ढाणी माहूं माइनराें में सीमेंटेड पाइपलाइन डलवाने की मांग काे लेकर साेमवार सुबह दस गांवाें के अनेक किसानाें ने सिंचाई विभाग के कार्यालय पर धरना दिया। शाम चार बजे सिटीएम ने धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि 20 दिन में दोनों माइनरों में पाइप डालने का काम शुरू करवा दिया जाएगा। आश्वासन के बाद ग्रामीण धरना खत्म कर अपने गांवों की तरफ लौट गए। आंदोलनकारियों का नेतृत्व किसान क्रांति कुनबा के संयोजक सुशील वर्मा कर रहे थे।
तोशाम उपमंडल के लगभग दस गांवों के ग्रामीण पेयजल व नहरी पानी की कमी को लेकर परेशानी झेल रहे हैं। अनेक बार धरने प्रदर्शन के बाद सरकार ने दोनों माइनरों मेंं सीमेंटेड पाइप लाइन डालने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ गांवों के विरोध के चलते यह योजना अब तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। इसके चलते साेमवार सुबह दस गांवों ढाणी माहूं, मनसरबास, जीतवानबास, सुंगरपुर, ढाणी श्यामियान, संडवा, ढाणी भलवाना, ढाणी बुड़ाना, लेघां भानान व हेतवान के अनेक किसान सुबह आठ बजे सिंचाई विभाग के कार्यालय पर पहुंचे तथा वहां पर धरना दे कर बैठ गए।
किसान क्रांति कुनबा के संयोजक सुशील वर्मा ने बताया कि इन दोनों रजबाहों में पाइप लाइन डालने की घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 7 नवंबर 2016 को तोशाम रैली के दौरान की थी, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के कारण टेल पर बसे गांवों के हजारों किसान नहरी पानी से वंचित हैं। इन गांवों की लगभग एक लाख एकड़ भूमि बिना सिंचाई के रह जाती है। धरने के दौरान सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता प्रदीप यादव, कार्यकारी अभियंता दिलीप कुमार, एसडीओ अंशुल व एसडीओ नरेंद्र ने किसानों को समझाने का प्रयास किया व कहा कि शीघ्र इन दोनों रजबाहों में पाइप डालने का कार्य शुरू करवा देंगे।
लेकिन किसान इस बात पर अड़े रहे कि वह अपना धरना उसी सूरत में खत्म करेंगे जबकि विभाग इन दोनों कार्यों को शुरू कर दें। शाम लगभग चार बजे धरने पर डीसी का संदेश लेकर सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार दलाल पहुंचे। उन्होंने किसानों से कार्य आरंभ करवाने के लिए 20 दिन का अंतिम समय मांगा, जिसे किसानों ने आपस में सोच विचार करके मंजूर कर लिया तथा साथ ही सिंचाई विभाग को चेतावनी दी कि यदि 20 दिन में कार्य शुरू नहीं हुआ तो इन गांवों के सैकड़ों किसान डीसी निवास के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
इसके बाद धरना समाप्त कर किसान अपने अपने गांवाें को लौट गए। धरने में मास्टर सुखदेव सिंह, सरपंच सनबीर, जितेंद्र सरपंच रघुवीर सिंह रिटायर्ड इंस्पेक्टर, समुंदर सिंह, हरिओम, ओमप्रकाश मेहला, रायसिंह, भारतीय किसान संघ के जोनल प्रभारी सोहनलाल, रविंद्र सिंह, राजेंद्र नंबरदार, अत्तर सिंह, विजय स्वामी, पृथ्वी सिंह, मदन सिंह, धर्मेंद्र, हर्ष जांगड़ा, भरत सिंह, सरवन सिंह, रणवीर सिंह, सुरेश कुमार बंसल, सुरेंद्र शर्मा, भारतीय किसान सभा भिवानी के संयुक्त सचिव कामरेड ओमप्रकाश, राकेश लांबा, दान सिंह, संपत सिंह, रामवीर सिंह, जीतू राजपाल सिंह, कुलदीप सिंह, विजय सिंह, सुरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, सत्यपाल सिंह, कश्मीर सिंह, राकेश दुहन, भूपेंद्र चौधरी व सुनील रजलीवाल आदि किसान उपस्थित थे।