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पीआर धान लेकर करनाल अनाज मंडी में किसानों को एंट्री नहीं करने पर किसानों ने जाम लगा दिया। सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की गई। सुबह छह बजे से लेकर 10 बजे तक किसानों ने मंडी के दोनों गेटों पर ट्रेक्टर-ट्रालियां रोककर विरोध जताना शुरू कर दिया। मार्किट कमेटी के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को उन्हीं किसानों को एंट्री की जानी थी कि जिनके पास शेड्यूल के अनुसार मैसेज भेजा गया था, लेकिन बगैर शेड्यूल के किसान मंडी में पहुंच गए। बगैर शेड्यूल के आने वाले किसानों को गेट पास नहीं मिलेगा।

कतलाहेड़ी गांव के किसान वेदपाल राणा, बडौता गांव के किसान रमेश कुमार, हरजिंद्र सिंह ने कहा कि वह किसी राजनीति पार्टी से नहीं है। वह सिर्फ धान बेचने आए हैं, उनकी धान खरीदी जाए। किसानों को परेशान न किया जाए। शेड्यूल के अनुसार किसान के पास धान स्टॉक करने की जगह नहीं है। यदि स्टॉक करेगा तो किसान के पास धान खराब हो जाएगी। 10 तक विरोध चलने के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम आयुष सिन्हा, तहसीलदार और मार्किट कमेटी के सेक्रेटरी सुंदर कांबोज ने बताया कि सोमवार तक सभी किसानों को गेट पास मिलेंगे, लेकिन सोमवार के बाद उन्हीं किसानों को आने दिया जाएगा, जिनके पास शड्यूल के अनुसार मैसेज होगा।

राइस मिलर्स, आढ़तियों और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते धान बेचने आए क्षेत्र के किसान।
जहां तक हालात की बात है, जिले की अनाज मंडियां धान से भर गई हैं। उठान धीमा है। राइस मिलर्स भी मंडियों में धान की प्रचेज करने पहुंच गए हैं, लेकिन व्यवस्था को बेहतर होने पर तीन से चार दिन और लगेंगे। किसानों को सरकार की व्यवस्था पसंद नहीं आ रही है। इस कारण किसान परेशानी में चल रहा है और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। राइस मिलर्स शनिवार को मंडियों में पहुंच गए हैं। करीब 35 राइस मिलर्स का मेनुअल रजिस्ट्रेशन किया गया है। सोमवार को ऑनलाइन किया जाएगा। उठान में न ट्रांसपोर्टर नजर आ रहे हैं और न ही मिलर्स की गाडि़यां हैं। इससे किसानों को धान डालने का स्पेश भी नहीं मिल रहा है।
100 से ज्यादा आढ़तियों ने लैटर हैड पर एडीसी को सौंपी आपत्तियां
यूपी की सभी वैरायटियों पर अनाजमंडी में लेकर आने पर रोक लगा दी है। आढ़तियों को आदेश दिए हैं कि यूपी बॉर्डर पर ही खाली स्पेश दिलवा देते हैं और वहीं से किसानों की धान डलवाकर परचेज करवाई जाए। इस पर आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रजनीश चौधरी ने कहा कि धान की 15 से 20 वैरायटी हैं। वह स्पेशल खरीद के लिए किस-किस राइस मिलर्स को लेकर जाएंगे। इससे व्यवस्था प्रभावित होगी। उनके पास कैश का काम है। कोई वारदात भी हो सकती है। एडीसी अशोक बंसल को 100 से ज्यादा आढ़तियों ने लैटर हैड पर आपत्तियां दर्ज करवाकर सौंपी हैं
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