Bag news – Sonipat

लड़के और लड़कियों में भेदभाव घर से ही शुरू होता है। जिसका बेटियों की मनोदशा पर असर पड़ता है। आज के दौर में लड़कियां सेना में स्थाई कमीशन ले रही है। हर क्षेत्र में वह लड़कों के समान प्रदर्शन कर रही हैं। बेटियों के बगैर बेटों की कल्पना उचित नहीं है। पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि वह बेटियों अवसर दें। डीसी श्यामलाल पुनिया ने अपनी बेटी का जन्मदिन भी यहां पर मनाया।
रविवार को लघु सचिवालय के तृतीय तल पर अंतरराष्ट्रीय गर्ल्स-डे का आयोजन किया गया। जिसमें सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छोटी-छोटी लड़कियों ने कन्या भ्रूण हत्या के गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्याम लाल पूनिया रहे। जिला कार्यक्रम अधिकारी शांति जून 11 अक्टूबर को जिले में पैदा हुए 9 बच्चियों को डीसी द्वारा केक काटकर व उपहार देकर सम्मानित किया। साथ ही 10वीं व 12वी में जिले में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पाने वाली लड़कियों को भ्पी सम्मानित किया गया।
मौके पर रिया, राखी व अंशिका, गांव जुआं , ब्लॉक सोनीपत ग्रामीण 1 की लड़कियों ने ग्रुप डांस प्रस्तुत किया व ब्रेकथ्रू एनजीओ के मुकेश दिगानी, नेत्रपाल, प्रवीन, अंकित, अरविंदर और प्रदीप बेटियों के साथ होने वाली छेड़खानी पर शानदार नाटक प्रस्तुत किया। डाॅ. आदर्श ने महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी गीता गहलावत द्वारा भ्रूण हत्या पर कविता प्रस्तुत की गई।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र हुड्डा ने भी बालिकाओं को बुलंदी पर पहुंचने के लिए सलामी व शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की सभी ब्लॉक से 9 आंगनवाड़ी वर्कर्स को भी सम्मानित किया गया। विभाग कि सभी सीडीपीओ कृष्ण नरवाल, कुसुम मालिक व सुपरवाइजर रेखा, सविता, शीला, निर्मल, कमलेश आदि मौजूद रही।
कार्यक्रम में बच्चों को बताएं गुड और बैड टच
कार्यक्रम में डीसीपीओ डा. रितु गिल ने पॉक्सो एक्ट पर जानकारी देते हुए कहा कि कुत्सित मानसिकता वाले लोगों के लिए बच्चे बहुत ही शॉफ्ट टारगेट होते हैं। हर माता पिता को चाहिए कि वह बच्चों को गुड और बैड टच की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि वह और उनकी टीम गांव-गांव, स्कूल, चौपाल, सीसीआई, आंगनबाड़ी केंद्र, कैच सेंटर आदि संभावित स्थानों पर कैंप लगाकर पॉक्सो एक्ट के प्रति जागरुक कर रही है।