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आईपीएल 2020 का मैच नंबर 31. सुपरहिट मैच. मैच की आखिरी गेंद पर जिस मुकाबले का नतीजा निकले उसे सुपरहिट ही कहा जाएगा. शारजाह के मैदान पर इस बार बहुत बड़ा स्कोर नहीं दिखा लेकिन फिर भी कई बड़े प्लेयर्स ने मैच में फैंस को खुश कर दिया.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मुकाबले में आरसीबी ने पहले बैटिंग की और बोर्ड पर 171 रन टांग दिए. जवाब में आखिरी गेंद पर छक्के के साथ पंजाब ने इस मैच को आठ विकेट से जीत लिया.
मैच में पंजाब के हीरो रहे केएल राहुल जिन्होंने नॉट-आउट 61 रन बनाए. उनके अलावा इस सीज़न पहली बार खेलने आए क्रिस गेल ने भी शानदार बल्लेबाज़ी की. गेल ने 53 रनों की बढ़िया पारी खेली. इसके अलावा मयंक अग्रवाल ने तेज़ तर्रार 45 रन बनाए.
लेकिन अब बात करते हुए उस मोमेंट की. जिसने आरसीबी के लिए इस मैच में मुश्किलें खड़ी कर दीं.
आरसीबी की गेंदबाज़ी और मैच की दूसरी पारी में ऐसा कोई बड़ा मोमेंट नहीं दिखा. जहां से पंजाब ने हारे हुए मैच को जीत लिया हो. लेकिन आरसीबी की बैटिंग के वक्त उनके बैटिंग लाइनअप में कुछ दिक्कतें ज़रूर दिखीं.
आरसीबी टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी. एक बार फिर देवदत्त पड्डीकल और एरॉन फिंच पारी शुरू करने उतरे. दोनों ने पहले विकेट के लिए 38 रन जोड़े. पड्डीकल पावरप्ले में ही अर्शदीप की गेंद पर आउट हो गए.
तीसरे नंबर पर हमेशा की तरह कप्तान कोहली आए. पावरप्ले खत्म होते ही मुरुगन अश्विन ने फिंच को शिकार बना लिया. मुरुगन अश्विन की गेंद पर फिंच आउट हुए तो सबकी नज़रें डीविलियर्स की तरफ थीं. लेकिन मैदान पर खेलने आए वाशिंगटन सुंदर. पारी के 7वें ओवर में सुंदर का क्रीज़ पर आना थोड़ा अजीब था लेकिन स्पिनर्स के खिलाफ शायद ये आरसीबी की चाल थी.
लेकिन ये चाल कामयाब नहीं हो सकी. सुंदर 14 गेंदों में 13 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद आरसीबी ने 11वें ओवर में सुंदर को खो दिया. तब भी डीविलियर्स बाहर आते नहीं दिखे. अब आए शिवम दूबे.
यानि के टॉप पांच बल्लेबाज़ों में डीविलियर्स का नामों निशान नहीं था. दूबे ने 19 गेंदों में 23 रन बनाए. आखिर में 16वां ओवर खत्म होने के बाद डीविलियर्स की ग्राउंड पर एंट्री हुई. तब तक काफी देर हो चुकी थी और डीविलियर्स पांच गेंदों में सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए.
आरसीबी का बैटिंग ऑर्डर बदलने का फैसला ये हुआ कि जो आरसीबी पावरप्ले में 57 रन जोड़ चुकी थी वो शारजाह के मैदान पर 180 रनों के लिए भी तरसती दिखी.
आखिरकार पंजाब के लिए 171 का स्कोर किसी भी सिचुएशन में बहुत बड़ा नज़र नहीं आया.