बैग न्यूज़ – कैथल

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूल (एनजीटी) के आदेश पर जिला पालिका आयुक्त (डीएमसी) कुलधीर सिंह ने अपने ऑफिस में शहर के होटल, ढाबा, मैरिज पैलेस संचालक और धर्मशाला प्रबंधन समिति से जुड़े लोगों की बैठक ली। बैठक में 55 संचालक शामिल हुए। बैठक में ईओ अशोक कुमार, सचिव मोहन लाल, सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रदीप कौशिक उपस्थित रहे।
डीएमसी ने कहा कि एनजीटी के आदेशानुसार नगर परिषद कचरे को सड़काें पर आने से पहले खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि जो भी संस्थान प्रतिदिन 10 किलो तक गीला और सूखा कचरा पैदा करता है, उसे अपने स्तर पर इस कचरे को खत्म करना होगा। उन्हें अपने होटल, ढाबों, मैरिज पैलेस, धर्मशाला में किचन वेस्ट से खाद बनानी होगी।
उसके लिए उन्हें अपने यहां पर खाद प्लांट बनाना होगा। उन्होंने कहा कि नियमों की पालना न करने पर संस्थान को सील और जुर्माना दोनों भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही डंपिंग यार्ड में कचरे से खाद बनाने, सेग्रिगेशन करने का काम आरंभ हो जाएगा। उन्होंने सभी से इस मामले में सहयोग करने की अपील की, ताकि अपना शहर साफ और सुंदर बने।
प्लास्टिक करें बिल्कुल बैन
ईओ अशोक कुमार ने कहा कि पर्यावरण के लिए प्लास्टिक किसी भी रुप में खतरनाक है। इसलिए सभी से अपील है कि वे अपने यहां किसी भी प्रकार की प्लास्टिक का प्रयोग न करें। इसमें डिस्पोजल, कैरी बैग, प्लास्टिक के बर्तन सहित अन्य चीजें शामिल हैं। होटल, ढाबा संचालक इसमें विशेष सहयोग कर सकते हैं। इसके लिए मैरिज पैलेस में जो भोजन प्रबंधन का काम करते हैं, वे भी इस बात का ध्यान रखें, ताकि विवाह कार्यक्रमों में भी प्लास्टिक का प्रयोग न हो। यहां पर पानी के गिलास, बोतलों का खूब प्रयोग होता है। इसे भी बंद किया जाना चाहिए।
एनजीटी के आदेश पर कचरे को खत्म करने का प्रयास चल रहा है। नगर परिषद शहर से निकलने वाले कचरे को खाद व अन्य तरीकों से खत्म करेगा। इसमें सहयोग के लिए सभी होटल, ढाबा, मैरिज पैलेस और धर्मशालाओं के संचालकों से अपील की है कि वे अपने गीले- सूख कचरे को अपने स्तर पर खाद बना कर खत्म करें। -कुलधीर सिंह, जिला पालिका आयुक्त