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सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस यानी गर्दन की रीढ़ की हड्डी में होने वाला दर्द
यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. बैग न्यूज आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.
जो लोग बैठकर कई घंटे काम करते हैं या पढ़ते हैं, उनमें नेक पेन बहुत ज़्यादा होता है. तो आज गर्दन के दर्द में बारे में तफ़सील से जानते हैं. साथ ही बात करते हैं उन गलतियों की जो इस दर्द को बढ़ा देती हैं. और सबसे ज़रूरी. इससे छुटकारा कैसे पाएं?
क्या होता है सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस?

इस बारे में डॉक्टर दिनेश लिम्बाचिया ने बताया,
हमारे शरीर में टोटल 33 रीढ़ की हड्डियां होती हैं. सबसे ऊपर की सात रीढ़ की हड्डियों को सर्वाइकल वर्टिब्रा कहते हैं. स्पोंडिलोसिस होता है रीढ़ की हड्डी में स्ट्रेन होने की वजह से होने वाला दर्द. सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस यानी गर्दन की रीढ़ में होने वाला दर्द.
क्यों होता है सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस?
सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस एज रिलेटेड और लाइफस्टाइल रिलेटेड बीमारी है. ज़्यादातर ये बड़ी उम्र के लोगों में देखने को मिलता है. उम्र बढ़ने की वजह से रीढ़ की हड्डी में और उसकी गादी में खिंचाव होने की वजह से लचीलापन कम हो जाता हैं. धीरे-धीरे प्रभाव मसल पर पड़ता है और वो अकड़ जाती हैं और आपको गर्दन में दर्द होता है. यंग लोगों में मोबाइल, लैपटॉप के ज़्यादा इस्तेमाल करने की वजह से ये तकलीफ़ देखने को मिलती है.

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस क्यों बढ़ता है?
-अपनी गर्दन को किसी एक पोजीशन में लंबे टाइम तक रखने के कारण ये दर्द बढ़ता है
-सोते समय ऊंचा तकिया रखने से
-गर्दन को एक साइड झुकाकर सोने की आदत से भी दर्द बढ़ता है
-मोबाइल, लैपटॉप इस्तेमाल करते समय अपनी गर्दन को आगे झुकाकर रखने की वजह से मसल अकड़ जाती है. इसका प्रभाव रीढ़ की हड्डियों पर भी पड़ता है. कुछ समय बाद सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस की तकलीफ़ हो सकती है
सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस के लक्षण?
-ज़्यादातर गर्दन के पीछे के भाग में दर्द होता है
-ये दर्द अगल-बगल के कंधों तक जाता है

-कुछ केसेज़ में ये दर्द गर्दन से हाथ तक जाता है और उंगलियों में झनझनाहट और सूनापन भी महसूस होता है
-कुछ केसेज़ में हाथ में कमज़ोरी भी आ जाती है
डाइग्नोस
जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपके लक्षण और क्लिनिकल एग्जामिनेशन करते हैं. एक्स-रे होता है. एक्स-रे में जो दोनों रीढ़ की हड्डी होती हैं, उनके बीच स्पेस के आधार पर सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस को डाइग्नोस किया जाता है. कन्फर्मेशन के लिए एमआरआई भी करवा सकते हैं.
इलाज
-रेस्ट और पेन रिलीविंग दवाइयां एक या दो हफ़्ते लेने से दर्द कंट्रोल किया जा सकता है
-अगर दर्द बहुत ज़्यादा होता है तो सर्वाइकल कॉलर दिया जाता है, इसे 15 दिन से लेकर एक महीने तक पहनने के बाद गर्दन के मसल्स रिलैक्स होने लगते हैं, दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है
-अगर इससे भी दर्द में आराम नहीं होता तो डॉक्टर आपको फिजीयोथैरपी करने के लिए कहते हैं, जो लंबे समय के लिए चलती हैं
-बहुत कम केसेज़ में सर्जरी की ज़रूरत भी पड़ सकती है
तो भई जिन लोगों को गर्दन का दर्द रहता है, वो ये बातें कहीं नोट डाउन कर लें. आराम मिलेगा.
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